मंगलवार, 14 अगस्त 2012

गरीबी का झुनझुना



मोबाइल बनेगा गरीबों का साथी,
जैसे दिया और बाती,
मोबाइल की स्क्रीन पर दिखेगी रोटी,
खाने की थाली में रक्खी हुई बोटी,
दिखेगा कपड़ा, हरियाला सा बंगला,
मोबाइल कटोरा लिये भीख माँगता कंगला,
सिर्फ भूंख नहीं दिखेगी,
सरकार मोबाइल पर गरीबों की किस्मत लिखेगी,
रिंगटोन सुनोगे तो रोना भूल जाओगे,
वाइब्रेशन की थरथरी में झूला झूल जाओगे,
खाली जेब भारी हो जायेगी,
सब इच्छाएँ  ख्वाब मे पूरी हो जाएंगी,
दो सौ का टॉक टाइम मिलेगा मुफ्त,
सीमा रोजी रजिया से बाते करना गुप्त,
जीवन मे कुछ तो रस आएगा,
कम से कम गरीब आपस मे रोटी की बात तो कर पायेगा,
मुन्नी शीला का चल चित्र चलेगा,
मोबाइल जिसे ना मिला उसे बहुत खलेगा,
भूले बिसरे गीत खूब  बजेंगे,
औलाद वाले फूले फलेंगे,
फोन मिलने की खुशी में कॉग्रेस को देना वोट,
मौनी बाबा दोनो हाँथों से कपास लेंगे ओट,

राजेन्द्र अवस्थी (काण्ड)

2 टिप्‍पणियां:

  1. सर, आपकी सराहना ने मेरे हौसले और भी बुलंद कर दिए है ....भविष्य में भी इसी तरह मार्गदर्शन का आकांक्षी हूँ ..........



    जवाब देंहटाएं

आपकी अमूल्य टिप्पणियों के लिए अग्रिम धन्यवाद....

आपके द्वारा की गई,प्रशंसा या आलोचना मुझे और कुछ अच्छा लिखने के लिए प्रेरित करती है,इस लिए आपके द्वारा की गई प्रशंसा को मै सम्मान देता हूँ,
और आपके द्वारा की गई आलोचनाओं को शिरोधार्य करते हुए, मै मस्तिष्क में संजोता हूँ.....